कोटद्वार । जै नशा क द्वारा हमारी सभ्यता नष्ट होनी च, वीं कुरूरता तैं हम सनी रोकनु पडलू तब नशामुक्त देवभूमि कू सपना साकार होलू, उक्त विचार थे प्राचार्य प्रोफेसर जानकी पंवार के जिन्होंने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार की एंटी ड्रग क्लब की ओर से आयोजित दो दिवसीय अनोखी प्रतियोगिता के समापन अवसर पर कहे। उन्होंने कहा कि मादक पदार्थ, नशा आज की युवा पीढ़ी को नष्ट कर रहा है और जिस सभ्यता का युवा नशाग्रस्त होता है उस सभ्यता की संप्रभुता स्वत: नष्ट हो जाती है और अगर आज नही जागे तो बहुत देर हो जायेगी। प्रथम दिवस के अवसर पर प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर मुरलीधर कुशवाह ने अपनी कविता के माध्यम से संदेश दिया है कि किसी भी नशीली वस्तु की आदत इंसान को खोखला कर देती है जो एक बड़ी सामाजिक हानि है।
एंटी ड्रग क्लब के नोडल अधिकारी डॉक्टर जुनीश कुमार ने बताया की महाविघालय में क्लब की ओर से एक अनोखी प्रतियोगिता आयोजित की गई है जिसमें गढ़वाली, कुमाऊनी, हिमाचली और जौनसारी बोली भाषा में गीत, ग़ज़ल, सबद, साखी, कहानी, चुट्कुले, दोहे, कविता के रुप में नशारोधी संदेश देने के संदर्भ में थी। बताया कि स्थानीय भाषा के प्रयोग से भी नशारोधी अभियान सफलता पा सकते हैं। कार्यक्रम के तहत छात्रा अक्षांशी भट्ट ने दोहा, मुहम्मद नोमान ने गीत, कु. आंचल ने गढ़वाली कविता, आभाष सिंह ने गढ़वाली गीत, गुंजन बिष्ट ,ईशा बिष्ट एवम मुस्कान ने कविता, राहुल रावत ने कहानी के रुप में नशे को देवभूमि से दूर करने का संदेश दिया। आभाष सिंह को प्रथम, आंचल को द्वितीय तथा ईशा बिष्ट को प्रतियोगिता में तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। प्राध्यापको में एंटी ड्रग क्लब की डॉक्टर सुरभि मिश्रा ने सम्पूर्ण कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की और धन्यवाद अर्पित किया। निर्णायक मंडल में डॉ धनेंद्र कुमार पंवार, डॉ हीरा सिंह, डॉ मुकेश सिंह रावत, डॉ पूनम गैरोला रहे ।